पिछले कुछ दिनों से india afganistan relation भारत-अफ़गानिस्तान संबंध विश्व न्यूज़ में खूब सुर्खियाँ बटोर रहे है जाने क्या है पूरी खबर|
india afganistan relation के Article में :
अफ़गानिस्तान के तरफ भारत का रुझान india afganistan relation
अफ़गानिस्तान के तरफ भारत का रुझान कोई इतिहासिक नही है| यह कहना गलत नही कि अफ़गानिस्तान का भारत के इतिहास में अमूल्य योगदान है| अफ़गानिस्तान का भारत के साथ काफी गहरा रिश्ता रहा है|
अफ़गानिस्तान के पेशावर घाटी और काबुल नदी घाटी तक महाभारत का इतिहास फ़ैला हुआ है| यही नही अफ़गानिस्तान के जिस हिस्से को हम आज कंधार के नाम से जानते है वह गंधार साम्राज्य के नाम से कभी जाना जाता था|
यह तो थी इतिहासिक बात राजनितिक पहलु से भी भारत-अफ़गानिस्तान के संबंध बहुत मजबूत है| अफ़गानिस्तान भारत के लिए राजनीतिक महत्त्व रखता है और शायद यही वजह से जिसके कारण 2001 से भारत ने अफ़गानिस्तान के पुननिर्माण के लिए 1.2 Billion Dollar की पेशकश की है, जिससे यह देश का सबसे बड़ा क्षेत्रीय दाता बन गया है|
भारतीय अधिकारीयों के अनुसार वर्तमान में लगभग चार हजार भारतीय कर्मचारी और सुरक्षाकर्मी अफ़ग़ानिस्तान में विभिन्न राहत और पुर्ननिर्माण प्रोजेक्ट्स पर काम कर रहे हैं अधिकारीयों का कहना है की बढ़ते समय के साथ सभी बाण सामान्य रहने पर भरत का हाथ सदैव अफ़ग़ानिस्तान क लिए आगे आयगा|
क्या है यह डील?
TOLO NEWS के अनुसार भारत अफ्हनिस्तान में 20 रुकी हुई परियोजनाओं को फिर सेशुरू कर सकता है| अगस्त 2021 में तालिबान के सत्ता हासिल करे केबाद भारत ने अपने सभी प्रोजेक्ट्स बाद कर दिए थे, इसके बाद भारत ने अपना दूतावास (Embassy) बंद का दिया था| तालिबान ने भारत-अफ़गानिस्ता सम्बन्ध को ध्यान में रखते हुए कहा है की भारत 20 रुकी हुई प्र्जेक्ट्स कोपिर से शुरू कर सकता है india afganistan relation
(MUDH) Ministry of Urban Development and Housing के प्रवक्ता म्हाम्मेद कलम अफ़ग़ान नेकहा है की यह योजनाओं को पूर्व सरकार के दौरान ही लागू किया गया था लेकिन राजनीती में हुए उथल-पुथल और अन्य मुद्दों के कारन देरी हुई अर्थशाश्त्रियों का कहना है की यदि इन परियोजनाओं को हकीकी रूप दिया जाये तो इस से दोनों देशों में रोजगार के अवसर पैदा होंगे,इतना ही नहीं ऐसा होने से वहां के लोगों की आय स्तर बढ़ सकेगी|
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india afganistan relation का इतिहास
दरअसल, अफ़गानिस्तान दक्षिण एशिया में भारत का अहम साथी है| 1980 के दशक में इस संबंध को नई पहचान मिली अफ़गानिस्तान ने भारत के पुर्ननिर्माण के प्रयासों से भिभिन निर्माण परियोजिनाओं पर काम चल रहा है| भारत ने अब तक अफ़गानिस्तान को लगभग तीन अरब डॉलर की सहायता दी है| यही वजह है की मौजूदा वक़्त में अफ़गानिस्तान में अधिक लोकप्रिय देश भारत को माना जाता है|
क्या हैं जनता के विचार?
इस मामले में जनता से हमें मिली जुली राय सुन ने को मिल रही है मुख्या तौर पर इन्हें अलग किया जाए तो हमे जनता दो वर्गों में बटी हुई नजर आती है| एक वर्ग का कहना है की हम सदियों से अफ़गानिस्तान का साथ निभाते आये है और और हमे आगे भी इनका साथ देना चाहिए|
भारत एक सच्चे मित्र की तरह अफ़गानिस्तान के हर मुश्किल वक़्त में साथ रहा है और आगे भी साथ रहेगा| वही दूसरी वर्गों का यह मानना है की हमे एक ऐसे देश जहाँ स्थिरता की कोई गारंटी नही है| निवेश के बदले आतंकवादी हमले होने की संभावनाएं हो, उस देश में पैसा निवेश करने का कोई मतलब नही बनता है| यही रकम अगर देश के पिछडे इलाकों में लगाई जाए तो देश का बहुत हद तक विकास होगा|
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