Breaking
Mon. Jul 8th, 2024

e-Rupi – क्या बन सकती है भारत की नई करेंसी ???

By sourav singh Dec9,2022

e-Rupi की चर्चा आज हर कोई कर रहा है और इसकी जानकारी भी उतनी ही महत्वपूर्ण है |

आप सभी ने कभी न कभी पैसे ट्रान्सफर करते समय एक परेशानी का सामना जरुर किया होगा | बहुत बार ऐसा देखा गया है कि जब भी आप किसी के वॉलेट पर UPI के जरिएं पैसा भेजते है तो कुछ लोग न लेने का कारण यह देते है की  हमारे पास Paytm नही है |

अगर आपने भी उपर्युक्त परेशानी का सामना किया है तो यह Article अंत तक जरुर पढ़े

इस Article में :-

क्या है e-Rupi ?

e-Rupi माननीय प्रधानमंत्री द्वारा विडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोविड-19 टीकाकरण के लिए cashless भुगतान समाधान की अनुमति देने के लिए शुरू किया गया एक डिजिटल समाधान है| डिजिटल

भुगतान समाधान डीएफएस(वित्तीय सेवा विभाग ) और एनएच(राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण)

के मदद से बनाया किया गया है और यह भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) द्वारा संचालित है|

यह एक बहुत ही आसान भुगतान तंत्र उपयोगकर्ताओं को UPI ई-प्रीपेड वाव्चार स्वीकार करने वाले व्यापारियों पर कार्ड, डिजिटल भुगतान ऐप या इन्टरनेट बैंकिंग एक्सेस के बिना वाव्चार कन्वर्ट करने में

सक्षम बनता है| e-Rupi को एसएमएस (SMS) या QR Code के माध्यम से संगठनो द्वारा एक विशिष्ट  उद्देश्य या गतिविधि के लिए लाभार्थियों (beneficiaries) के साथ साझा किया जाएगा|

यह संपर्क रहित e-Rupi आसान और सुरक्षित है क्योंकि यह लाभार्थियों(beneficiaries) के विवरण को पूरी तरह गोपनीय रखता है|

अब यह देखना है कि e-Rupi भारत कि नई करेंसी बन पाती है या नही|

e-Rupi

आसान भाषा में e-Rupi |

डिजिटल रुपया या ई-रुपया (e-Rupi) नोट और सिक्को का डिजिटल रूप है| इसके आने से हमे नोट या सिक्के रखने कि जरूरत नही होगी| खरीदारी या किसी अन्य लेनदेन के लिए हम इस ई-रूपये (e-Rupi) का इस्तेमाल कर सकेंगे|

e-Rupi के लाभ

e-Rupi के लाभ बहुआयामी(multidimensional) है| इससे समाज और अर्थव्यवस्था के हर वर्ग को लाभ मिलेगा

कॉर्पोरेट (Corporates) के लिए लाभ

  • corporates यूपीआई प्रीपेड वाव्चार देके अपने कराम्चारियो का कल्याण कर सकते है
  • यह एक सिरे से दुसरे छोर तक का डिजिटल लेन-देन है और इसके लिए किसी भोंतिक जारी करने कि आवशकता नही होती है, जिससे लागत में कमी आती है

अस्पतालों के लिए लाभ

  • लाभार्थी (beneficiaries)  द्वारा साझा कियें गये सत्यापन कोड के माध्यम से वाव्चार को अधिकृत किया जाता है
  • नगद या कार्ड को संभालने की आवश्यकता नही है|

एंड-यूजर्स के लिए लाभ

  • लाभार्थी(beneficiaries)  को ई-वाव्चार  का प्रिंट आउट ले जाने कि आवस्यकता नही है
  • लाभार्थी(beneficiaries) व्यवितगत को  विवरण साझा करने कि आवश्यकता नही है और इसलिए उनकी गोपनीयता बनाए रखी जाती है|

क्या डिजिटल रुपया सभी जगहों पर मान्य होंगे?

जिस तरह RBI की ओर से जारी किया गया नोट हर जगह मान्य होता है वैसे ही e-Rupi लीगल टेंडर होगा| ये तो पूरी तरह से भारतीय रिज़र्व बैंक के नियंत्रण में होगा|

इतना ही नही RBI के मुताबिक, e-Rupi का Distribution बैंकों के जरिएं ही होगा| बैंकों के डिजिटल वॉलेट के जरिए व्यक्ति – से – व्यक्ति (Person to person) व्यक्ति – से – मर्चेंट (Person to Merchant) के बीच लेनदेन किया जा सकता है|

You May Like : भारतीय रिजर्व बैंक ने फिनटेक कंपनियों का क्रेडिट ऑफर करने से क्यों रोका???

Related Post

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *