रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने ऑनलाइन रिचार्ज और बिल पेमेंट प्लेटफॉर्म टॉकचार्ज (Talkcharge) पर बड़ी कार्रवाई की है

टॉकचार्ज टेक्नोलॉजीज प्राइवेट लिमिटेड को ग्राहकों के वॉलेट में पड़े पैसे वापस करने को कहा गया है

रिजर्व बैंक ने कहा कि लोगों को कहीं भी पैसे देने के पहले यह सुनिश्चित कर लेना चाहिए कि वेबसाइट या एप्लिकेशन को वह करने की इजाजत है भी या नहीं

गुड़गांव स्थित कंपनी भारतीय रिजर्व बैंक की बिना अनुमति के यूजर्स को प्रीपेड वॉलेट जारी कर रही थी

RBI ने कंपनी को प्रीपेड वायलेट सेवा बंद करने और ग्राहकों के वॉलेट में पहले से मौजूद राशि को वापस करने के लिए 45 दिन का समय दिया है.

भारतीय रिजर्व बैंक ने इस ऐप के खिलाफ  एक्शन ऐसे ही  नहीं लिया। सोशल मीडिया से लेकर गूगल प्ले स्टोर तक पर इस ऐप के खिलाफ शिकायतें की जा रही हैं

लोग आरोप लगा रहे हैं कि कंपनी इस ऐप के जरिए एक बड़ा स्कैम कर रही है

गूगल प्ले स्टोर पर इस ऐप की रेटिंग महज 1.6 है, जो दिखाता है कि इस ऐप से लगभग सभी लोगों को दिक्कतें हो रही हैं.

केंद्रीय बैंक ने अपने बयान में कहा कि यह स्पष्ट किया जाता है कि RBI ने इकाई को केवल ग्राहकों के वॉलेट में पड़े पैसे वापस करने का निर्देश दिए हैं