दूरसंचार विभाग (DoT) ने गुरुवार को टेलिकॉम कस्टमर्स को कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन सेवाओं के लिए परीक्षण शुरू करने का निर्देश दिया है.
भेजे गए पत्र में टेलीकॉम विभाग ने टेलीकॉम कंपनियों को सीएनएपी के लिए ट्रायल शुरू करने का निर्देश दिया है
जिससे टेलीकॉम उपभोक्ताओं को यह जानने में मदद मिलेगी कि वास्तव में कॉल करने वाला कौन है
यूजर्स के लिए यह तय करना आसान हो जाएगा कि क्या कॉल उठाना है या नहीं
टेलीकॉम नेटवर्क पर स्पैम कॉल रोकने में भी मदद करेगा
रिटेल कनेक्शन वाले ग्राहकों को सभी कनेक्शनों के लिए एक सामान्य नाम रखने की अनुमति होगी
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण ने उपयोगकर्ताओं के लिए CNAP सेवाओं की शुरुआत के लिए सिफारिशें भेजी थीं.
ट्रूकॉलर और भारत कॉलर आईडी जैसे देशी थर्ड-पार्टी ऐप कॉलर पहचान और स्पैम पहचान के लिए फीचर्स ऑफर कर सकते हैं
टेलीकॉम ऑपरेटरों को ग्राहकों के नाम के साथ उनके फोन नंबर वाला एक डेटाबेस बनाने और बनाए रखने की आवश्यकता होगी.
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